Ronit Roy Struggle Story वो सच्चाई है, जो बताती है कि कैसे एक वक्त रोटी-प्याज से गुजारा करने वाला शख्स आज करोड़ों की कंपनी का मालिक बन चुका है।
Ronit Roy Struggle Story: भूख और तन्हाई में बीता शुरुआती सफर
रोनित रॉय को आज छोटे पर्दे का अमिताभ बच्चन कहा जाता है, लेकिन Ronit Roy Struggle Story बताती है कि ये मुकाम उन्होंने कितने दर्द से हासिल किया। उन्होंने एक हालिया इंटरव्यू में बताया कि शुरुआती दिनों में खाने के भी पैसे नहीं होते थे।
🎬 एक्टिंग से पहले तन्हाई और ठोकरें
1992 में “जान तेरे नाम” से डेब्यू करने से पहले रोनित रॉय मुंबई की भीड़ में अकेले और बेरोजगार थे। उन्होंने खुद को इंडस्ट्री से काट लिया था और कहा कि, “मैं लोगों के पास काम मांगने नहीं जाता था, इसलिए शायद उन्होंने मुझे काम देना बंद कर दिया।”
🍛 दो रोटियां और एक किस्सा
उन दिनों की एक घटना आज भी उनके दिल में जिंदा है। बांद्रा स्टेशन के पास एक ढाबा था, जहां वे रोज खाना खाते थे। एक दिन जब पैसे नहीं थे, उन्होंने बस रोटी और प्याज मांगे। ढाबे वाले ने उन्हें थोड़ी दाल भी दे दी और कहा, “आज आपका दाल वाला दिन है।”
🎥 पहली फिल्म से मिले सिर्फ 50 हजार
“जान तेरे नाम” के लिए उन्हें केवल ₹50,000 मिले, वो भी ₹4,000 की किश्तों में। हालांकि बॉलीवुड में उन्हें खास सफलता नहीं मिली, लेकिन टेलीविज़न पर उन्होंने अपने अभिनय से तहलका मचा दिया।

📺 ‘कसौटी…’ और ‘क्योंकि…’ ने बनाया स्टार
“कसौटी जिंदगी की”, “क्योंकि सास भी कभी बहू थी”, “बंदिनी” जैसे शोज़ ने उन्हें घर-घर में लोकप्रिय कर दिया। रोनित का स्टारडम सिर्फ परदे तक नहीं रुका, उन्होंने जिंदगी को भी नए सांचे में ढाल लिया।
🛡️ अब सेलेब्रिटीज को देते हैं सिक्योरिटी
आज रोनित रॉय की सिक्योरिटी एजेंसी है, जो सैफ अली खान, आमिर खान जैसे बड़े नामों को सुरक्षा मुहैया कराती है। अब वह सिर्फ एक्टर नहीं, बल्कि सफल बिज़नेस मैन भी हैं।

📚 रोटी-प्याज से सीख, सफलता तक पहुंच
Ronit Roy Struggle Story सिर्फ एक एक्टर की नहीं, बल्कि हर उस शख्स की कहानी है जो हार नहीं मानता। उनकी मेहनत, सादगी और लगन आज लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है।