बलरामपुर में जल्लाद की गिरफ्तारी पर Yogi Adityanath का बड़ा बयान | Bulldozer Action News

बलरामपुर में महिलाओं की गरिमा से खेलने वाले जल्लाद पर चला योगी सरकार का बुलडोजर, आजमगढ़ में सीएम ने दिया चेतावनी भरा बयान।
सीएम योगी का गरजता हुआ बयान

बलरामपुर में एक अपराधी पर योगी सरकार का कहर टूट पड़ा है। आजमगढ़ के ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के मंच से बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा— “हमने बलरामपुर में उस जल्लाद को गिरफ़्तार किया, जो महिलाओं की गरिमा के साथ खेलता था।” मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राष्ट्रविरोधी और असामाजिक तत्वों को नष्ट कर समाज की एकता को बचाना हमारी प्राथमिकता है।


🌱 ‘मां के नाम एक पौधा’ का विराट संदेश

मुख्यमंत्री योगी ने राज्य के जनप्रतिनिधियों से वर्चुअल संवाद के दौरान पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक नई मिसाल पेश की। उन्होंने सभी को प्रेरित किया कि “हर कोई अपनी मां के नाम एक पौधा रोपे”। यह संदेश पूरे प्रदेश में तेजी से फैल गया, और ग्राम पंचायतों में पौधरोपण का कार्य आरंभ हो गया।


🌳 चमावा गांव में दिखा पौधरोपण का जोश

फूलपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत चमावा में ग्राम प्रधान मेहताब के नेतृत्व में अंत्येष्टि स्थल पर पौधारोपण का आयोजन हुआ। सैकड़ों ग्रामीणों और श्रमिकों ने इस अभियान में भाग लिया। 1900 पौधों के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 600 पौधे रोपे जा चुके हैं, जिनमें सागौन, शीशम, अमरूद, सफेदा जैसे पौधे शामिल हैं।


🌿 ग्राम पंचायतों ने उठाई ज़िम्मेदारी

इस अभियान में ग्राम पंचायत अधिकारी सुनील कुमार समेत कई पंचायतों के प्रधानों—झकहा के प्रधान मो. अंजर और बूढ़ापुर बदल के प्रधान बिरेंद्र यादव भूषण—ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। पौधरोपण सुबह 8 बजे शुरू होकर दोपहर 1 बजे तक चला।


💬 “पर्यावरण बचाइए, मां का आशीर्वाद पाइए”

ग्राम पंचायत अधिकारी सुनील कुमार ने गांववासियों से कहा— “मां के नाम एक पौधा लगाइए और पर्यावरण को स्वच्छ बनाइए।” यदि पौधे कम पड़ते हैं, तो ग्राम सभा कोष से पौधे खरीदकर दिए जाएंगे। इस अवसर पर राजू लाल, मंजीत, विरजेश मौर्या, चैतू, प्रद्युम्न, हीरालाल, प्रदीप जैसे ग्रामीण भी मौजूद रहे।

Related Posts

पिता-पुत्र की दर्दनाक मौत श्योपुर: खेत में जल समाधि की हिला देने वाली तस्वीरें

पिता-पुत्र की दर्दनाक मौत श्योपुर में खेत के बीच, पार्वती नदी की बाढ़ ने छीन लिया पूरा संसार… 💔 मौत से पहले आखिरी कोशिश श्योपुर जिले के आमलदा गांव में एक पिता ने बेटे को बचाने के लिए मौत से लड़ाई लड़ी, लेकिन नियति कुछ और ही चाहती थी। पार्वती नदी के उफान में दोनों खेत में ही फंस गए। तस्वीरें चीख-चीखकर बयां करती हैं कि पिता ने अंतिम सांस तक बेटे को बचाने की हरसंभव कोशिश की। 🧑‍🌾 किसान की नियति या काल का प्रहार? राजू यादव और उनका बेटा शिवम खेत की रखवाली में जुटे थे, जब अचानक पार्वती नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाया। किसान जो दिन-रात खेत में मेहनत करता है, वही खेत कभी उसका काल भी बन जाता है। बिजली, बाढ़, कीट—हर पल एक नया खतरा। 🕳 दो रातों से लापता, आज मिली दर्दनाक सच्चाई परसों रात से परिवार उन्हें ढूंढ रहा था, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। आज सुबह, वही खेत उनके लिए श्मशान बन चुका था। दोनों के शव पास-पास पड़े थे—इस बात की गवाही देते हुए कि वे आखिरी पल तक एक-दूसरे से जुदा नहीं हुए। 🖼 एक तस्वीर, जो बोलती है हजारों शब्द यह दृश्य केवल मौत की त्रासदी नहीं, एक पिता की ममता, हिम्मत और पुत्र के प्रति प्रेम की जीवित मिसाल है। यह तस्वीर विचलित करती…

Continue reading
एक मिशन, 14 दिन व तीन आतंकी ढेर; क्यों नाम रखा गया Operation Mahadev? जवानों ने ऑपरेशन को कैसे दिया अंजाम

 जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सुरक्षाबलों ने पहलगाम हमले का बदला ले लिया। ऑपरेशन महादेव के तहत सुरक्षाबलों ने पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड सुलेमान शाह उर्फ हाशिम मूसा को मार गिराया। मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। सेना ने कैसे ऑपरेशन महादेव की योजना बनाई कई दिनों पहले ही इस ऑपरेशन की तैयारी हो गई थी। इस ऑपरेशन का नाम जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित महादेव चोटी के नाम पर रखा गया था। आतंकवादी महादेव चोटी की तलहटी में घने जंगलों में छिपे हुए थे। सुरक्षा बल इलेक्ट्रोनिक उपकरण से लगातार निगरानी कर रहे थे। सेना को जुलाई की शुरुआत में ही संदिग्ध संदेश मिले थे। ऐसे पकड़े गए आतंकी बता दें कि सुरक्षा बलों को चीनी अल्ट्रा-रेडियो संचार के एक्टिव होने की खबर मिली। इसके बाद सेना के जवानों ने यह ऑपरेशन शुरू किया। लश्कर एन्क्रिप्टेड संदेशों के लिए चीनी रेडियो का इस्तेमाल करता है। यह चोटी काफी ऊंचाई पर है, जहां आतंकवादियों को जंगल युद्ध का प्रशिक्षण दिया जाता है। सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन को अंजाम देने से पहले 14 दिनों तक लश्कर और जैश के आतंकवादियों पर नजर रखी। पाकिस्तान के इशारे पर किया था हमला सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, सुलेमानी ने पहलगाम हमले को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ और लश्कर के अपने हैंडलर सज्जाद और काजी सैफ के निर्देश पर अंजाम दिया था। वह दोनों के…

Continue reading

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error

Enjoy this blog? Please spread the word :)

Follow by Email
Instagram
WhatsApp