Ahmedabad Plane Crash Wrong Bodies का चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है, जब लंदन के दो परिवारों ने दावा किया कि उन्हें अपनों के बजाय किसी और के शव सौंपे गए।
‘हमें मिला गलत शव’ – लंदन से उठी आवाज़
Ahmedabad Plane Crash Wrong Bodies के मुद्दे ने तब गंभीर मोड़ ले लिया, जब लंदन के दो पीड़ित परिवारों ने दावा किया कि उन्हें जो शव सौंपे गए, उनका डीएनए परिवार से मेल नहीं खाता। वकील जेम्स हेली ने बताया कि 12 जून को हादसे के बाद ब्रिटेन भेजे गए 12 शवों में से 2 की शिनाख्त गलत निकली।
🔥 241 लोगों की जान, एक ही ज़िंदा बचा
12 जून 2025 को एअर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, टेकऑफ के कुछ सेकेंड बाद ही क्रैश हो गई। हादसा इतना भयावह था कि केवल एक यात्री बच पाया, बाकी 240 लोग जिंदा जल गए। शवों की पहचान बेहद मुश्किल थी, इसलिए डीएनए टेस्टिंग के ज़रिए ही अंतिम पुष्टि की गई।
🛑 Air India पर लगे गंभीर आरोप
Ahmedabad Plane Crash Wrong Bodies विवाद के बीच टाटा ग्रुप की एयर इंडिया पर शवों की गलत पहचान और मुआवजा प्रक्रिया को लेकर गंभीर आरोप लग रहे हैं। लंदन में प्रतिनिधित्व कर रहे वकीलों का आरोप है कि एयर इंडिया पीड़ित परिवारों से गैरज़रूरी जानकारी मांग रही है और उन्हें गुमराह कर रही है।
💸 मुआवजा देने में हो रही देरी?
टाटा ग्रुप ने हादसे के बाद प्रत्येक पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और 25 लाख की अतिरिक्त सहायता देने का वादा किया था। लेकिन, कुछ परिवारों का कहना है कि मुआवजा लेने की प्रक्रिया जानबूझकर जटिल बनाई जा रही है। उन्हें कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं दिया गया।
🛬 Air India का बचाव
Air India ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वह “जल्द से जल्द मुआवजा देने की प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश कर रही है।” एअर इंडिया का दावा है कि जरूरतमंद परिवारों को तत्काल मदद भी दी गई।
🌍 विदेश मंत्रालय की नजर
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “हमने पूरी स्थिति पर नज़र बनाई हुई है और यूके के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। सभी शवों को सम्मानपूर्वक उनके परिजनों को सौंपा गया है और जहां भी चिंता है, उसका समाधान ढूंढा जाएगा।”
📌 दोहराया गया Air India का वादा
गौरतलब है कि Ahmedabad Plane Crash Wrong Bodies विवाद के बावजूद एयर इंडिया और टाटा ग्रुप ने मुआवजे को लेकर अपने वादे को दोहराया है। उनका कहना है कि सभी पीड़ितों के साथ संवेदनशीलता से व्यवहार किया जा रहा है और जल्द ही हर मुद्दा सुलझा लिया जाएगा।
🔚 निष्कर्ष: डीएनए रिपोर्ट से खुला संवेदनशील मामला
Ahmedabad Plane Crash Wrong Bodies विवाद न सिर्फ लापरवाही का सवाल उठाता है, बल्कि इससे जुड़े भावनात्मक और संवैधानिक पहलू भी सामने लाता है। इस मामले का निपटारा केवल तकनीकी नहीं, बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी बेहद अहम है।