बवाल की शुरुआत: संसद में गूंजा ‘लोकतंत्र spelling mistake’ का मुद्दा
संसद का मानसून सत्र अपने उफान पर है और इस बार विपक्ष अपने हर कदम से सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। लेकिन गुरुवार को जब विपक्ष ने संसद परिसर के मकर द्वार पर प्रदर्शन किया, तब एक चूक ने खुद उन्हें कटघरे में खड़ा कर दिया। लोकतंत्र spelling mistake के चलते BJP ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया।
स्पेलिंग से बिगड़ा खेल: ‘लोकतंत् र’ ने बना दिया मज़ाक का पात्र
विपक्षी सांसदों द्वारा पकड़े गए एक बड़े पोस्टर पर ‘लोकतंत्र पर वार’ लिखा था। लेकिन उसमें ‘लोकतंत्र’ की स्पेलिंग गलत प्रिंट हो गई — लिखा गया ‘लोकतंत् र’। यह तस्वीर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई, बीजेपी नेताओं ने इसे विपक्ष की ‘अज्ञानता का प्रतीक’ बता दिया।
कांग्रेस के बड़े चेहरे भी शामिल: फोटो में दिखे सोनिया और प्रियंका
वायरल फोटो में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, गौरव गोगोई और जेएमएम सांसद महुआ माझी नजर आईं। इन सभी नेताओं ने उसी पोस्टर को पकड़ा हुआ था, जिसकी स्पेलिंग को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं।
BJP का करारा हमला: “जो लिख नहीं सकते, वो ज्ञान दे रहे हैं”
भाजपा के डिजिटल मीडिया प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए कहा, “वह लोकतंत्र होता है, लोकतंत् र नहीं।” वहीं, BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने व्यंग्य कसते हुए कहा कि कांग्रेस न तो लोकतंत्र बचा सकती है और न ही उसे सही से लिख सकती है।
विपक्ष की रणनीति पर पड़ा पानी: सोशल मीडिया पर बना मजाक
जिन बैनरों और नारों से विपक्ष सरकार पर दबाव बनाना चाहता था, वही अब उनके मजाक का जरिया बन गए हैं। लोकतंत्र spelling mistake अब विरोध के एजेंडे से ज्यादा सोशल मीडिया मीम्स का हिस्सा बन चुकी है।
निष्कर्ष: विरोध प्रदर्शन में लापरवाही भारी पड़ी
बिहार वोटर लिस्ट बदलाव जैसे गंभीर मुद्दे पर आवाज उठाने आए विपक्ष को अब खुद अपनी गलती का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। एक छोटी सी स्पेलिंग चूक ने सारा फोकस बदल दिया, और विपक्ष के विरोध की धार कमजोर कर दी।