
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भइया की पत्नी भानवी सिंह ने अपनी छोटी बहन साध्वी सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भानवी सिंह ने दावा किया है कि उनकी बहन ने उनके बुजुर्ग माता-पिता को बंधक बना रखा है और उन्हें मिलने तक नहीं दिया जा रहा है।
मंगलवार रात भानवी सिंह अपनी बड़ी बहन प्रत्यूषा सिंह के साथ हजरतगंज स्थित सिल्वर ओक अपार्टमेंट में अपने माता-पिता से मिलने पहुंचीं, लेकिन वहां उन्हें दरवाजे से ही लौटा दिया गया। इस पूरे मामले को लेकर भानवी सिंह ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक विस्तृत पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने दो वीडियो और एक ऑडियो क्लिप भी अपलोड की है।
“कई बार पुलिस को बुलाकर किया गया अपमानित”
भानवी सिंह ने अपने पोस्ट में लिखा,
“हम शांति से अपने बुजुर्ग माता-पिता से मिलने पहुंचे थे। घंटी बजाई, दरवाजा खटखटाया, लेकिन दरवाजा नहीं खोला गया। उल्टा हमारी छोटी बहन ने फिर से पुलिस बुला ली। ये पहली बार नहीं है, इससे पहले भी वह मीडिया और पुलिस को बुलाकर हमें अपमानित कर चुकी हैं, जैसे कि हम कोई हाई वोल्टेज ड्रामा करने पहुंचे हों।”

“बप्पा को कमरे में बंद किया गया था”
उन्होंने बताया कि उनके पिता (बप्पा) को कमरे में बंद कर दिया गया था और चूंकि वे सुन नहीं सकते, इसलिए उन्हें यह भी पता नहीं चल सका कि उनकी बेटियां उनसे मिलने आई थीं। भानवी ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी मां ने कामवाली के जरिए मिलने की इच्छा जताई थी, लेकिन उसे भी रोका गया।
साझा किए दो वीडियो और एक ऑडियो क्लिप
भानवी सिंह ने दो वीडियो साझा किए हैं, जिनमें कामवाली सच्चाई बता रही है। साथ ही एक ऑडियो क्लिप में बड़ी बहन प्रत्यूषा को दरवाजे पर खड़े होकर बार-बार विनम्रता से यह कहते सुना जा सकता है कि उन्हें माता-पिता से मिलने दिया जाए।
मीडिया से की अपील
भानवी ने मीडिया से अपील करते हुए कहा,
“कृपया इस घटना को तोड़-मरोड़ कर न पेश करें। अगर किसी को लगता है कि हमने ड्रामा किया, तो कृपया सबूत दें। नहीं तो हमें मानहानि का केस करना पड़ेगा। हम सिर्फ अपने मां-बाप से शांति से मिलना चाहते हैं, कृपया इसे राजनीति या ड्रामा न बनाएं।”

पुलिस पर भी लगाए आरोप
भानवी सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने रात में हजरतगंज की सुलतानगंज चौकी में जाकर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मी ने शिकायत लेने से इनकार करते हुए थाने जाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अब वह इस मामले की शिकायत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से करेंगी।
इस पूरे घटनाक्रम ने लखनऊ की सियासी और पारिवारिक गलियों में हलचल पैदा कर दी है। अब देखना होगा कि इस विवाद पर प्रशासन और परिवार का अगला कदम क्या होता है।